दिल्ली हाईकोर्ट की पार्किग में हुए बम धमाके के बाद राजधानी के लोगों में दहशत का माहौल है। इसका नमूना शनिवार रात करोल बाग इलाके में देखने को मिला, जहां एक लावारिस मोबाइल में लाइट जलता देख लोगों ने पीसीआर कॉल कर बम होने की सूचना दे दी। जानकारी के अनुसार शनिवार रात करीब साढ़े आठ बजे करोल बाग की मेन मार्केट में रोजाना की तरह काफी भीड़ थी। इसी दौरान एक व्यक्ति ने मार्केट परिसर में लावारिस मोबाइल पड़ा देखा, जिसमें लाइट जल रही थी। इसके बाद मोबाइल बम की अफवाह फैल गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस, दमकल विभाग, डॉग स्क्वॉयड और बम निरोधक की टीम ने जांच के बाद बम नहीं होने की पुष्टि की। पुलिस ने मोबाइल फोन को उसके असली मालिक का पता लगाकर सौंप दिया। |
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5.31.2011
हाईकोर्ट में धमाके के बाद दहशत में हैं लोग.
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हर बार की तरह बहुत सुंदर जोक बेहतरीन संदेश के साथ
जवाब देंहटाएंउम्दा प्रस्तुती!
जवाब देंहटाएंबेहतरीन संदेश के साथ बहुत सुंदर जोक|
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर जोक
जवाब देंहटाएंसुन्दर और बेहतरीन जोक
जवाब देंहटाएंये अंदाज बहुत अच्छा लगा !
जवाब देंहटाएंManpreet Kaur thank you
जवाब देंहटाएंSawai Singh thank you
जवाब देंहटाएंPatali-The-Village thank u
जवाब देंहटाएंनीचे दिए लिंक पर कृपया अपनी प्रतिक्रिया दे कर अपने सुझावों से अवगत कराएँ ...शुक्रिया ..
जवाब देंहटाएंhttp://sawaisinghrajprohit.blogspot.com/
* RAJPUROHITMANURAJ Thank u sir
जवाब देंहटाएं* S P Singh Thank u sir
लीगल सैल से मिले वकील की मैंने अपनी शिकायत उच्चस्तर के अधिकारीयों के पास भेज तो दी हैं. अब बस देखना हैं कि-वो खुद कितने बड़े ईमानदार है और अब मेरी शिकायत उनकी ईमानदारी पर ही एक प्रश्नचिन्ह है
जवाब देंहटाएंमैंने दिल्ली पुलिस के कमिश्नर श्री बी.के. गुप्ता जी को एक पत्र कल ही लिखकर भेजा है कि-दोषी को सजा हो और निर्दोष शोषित न हो. दिल्ली पुलिस विभाग में फैली अव्यवस्था मैं सुधार करें
कदम-कदम पर भ्रष्टाचार ने अब मेरी जीने की इच्छा खत्म कर दी है.. माननीय राष्ट्रपति जी मुझे इच्छा मृत्यु प्रदान करके कृतार्थ करें मैंने जो भी कदम उठाया है. वो सब मज़बूरी मैं लिया गया निर्णय है. हो सकता कुछ लोगों को यह पसंद न आये लेकिन जिस पर बीत रही होती हैं उसको ही पता होता है कि किस पीड़ा से गुजर रहा है.
मेरी पत्नी और सुसराल वालों ने महिलाओं के हितों के लिए बनाये कानूनों का दुरपयोग करते हुए मेरे ऊपर फर्जी केस दर्ज करवा दिए..मैंने पत्नी की जो मानसिक यातनाएं भुगती हैं थोड़ी बहुत पूंजी अपने कार्यों के माध्यम जमा की थी.सभी कार्य बंद होने के, बिमारियों की दवाइयों में और केसों की भागदौड़ में खर्च होने के कारण आज स्थिति यह है कि-पत्रकार हूँ इसलिए भीख भी नहीं मांग सकता हूँ और अपना ज़मीर व ईमान बेच नहीं सकता हूँ.
मेरा बिना पानी पिए आज का उपवास है आप भी जाने क्यों मैंने यह व्रत किया है.
जवाब देंहटाएंदिल्ली पुलिस का कोई खाकी वर्दी वाला मेरे मृतक शरीर को न छूने की कोशिश भी न करें. मैं नहीं मानता कि-तुम मेरे मृतक शरीर को छूने के भी लायक हो.आप भी उपरोक्त पत्र पढ़कर जाने की क्यों नहीं हैं पुलिस के अधिकारी मेरे मृतक शरीर को छूने के लायक?
मैं आपसे पत्र के माध्यम से वादा करता हूँ की अगर न्याय प्रक्रिया मेरा साथ देती है तब कम से कम 551लाख रूपये का राजस्व का सरकार को फायदा करवा सकता हूँ. मुझे किसी प्रकार का कोई ईनाम भी नहीं चाहिए.ऐसा ही एक पत्र दिल्ली के उच्च न्यायालय में लिखकर भेजा है. ज्यादा पढ़ने के लिए किल्क करके पढ़ें. मैं खाली हाथ आया और खाली हाथ लौट जाऊँगा.
मैंने अपनी पत्नी व उसके परिजनों के साथ ही दिल्ली पुलिस और न्याय व्यवस्था के अत्याचारों के विरोध में 20 मई 2011 से अन्न का त्याग किया हुआ है और 20 जून 2011 से केवल जल पीकर 28 जुलाई तक जैन धर्म की तपस्या करूँगा.जिसके कारण मोबाईल और लैंडलाइन फोन भी बंद रहेंगे. 23 जून से मौन व्रत भी शुरू होगा. आप दुआ करें कि-मेरी तपस्या पूरी हो
उम्दा प्रस्तुती!
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंगौ माता के लिए हिन्दू
जवाब देंहटाएंअपना सब कुछ न्योछावर कर सकता है??
फिर मिस कॉल देना तो तुच्छ सी बात है.......
कृपया जितनी ज्यादा हो सके मिस कॉल करें-
0522-3095743
Dr(Miss)Sharad Singh Thank u
जवाब देंहटाएंरमेश कुमार जैन ..धन्यवाद,
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